Saturday, September 27, 2025

जब आपका मूड खराब होने लगे तो.....

Research and Got on Tuesday 20th June 2023 at 01:13 PM Regarding Colors of Mind

यहां कुछ प्रेक्टिकल टिप्स हैं जिन्हें आप भी अपना सकते हैं 

चंडीगढ़: 23 सितंबर 2025: (मीडिया लिंक रविंद्र//मन के रंग डेस्क):: AI का सहयोग भी रहा 

Pexels Photo By Mikhail-Nilov
ज़िन्दगी में जब जब भी मूड खराब होता है तो तो सब कुछ गड़बड़ा जाता है। फिर उम्र कुछ भी हो, इलाका कुछ भी हो या शरीर कैसा भी हो। मूड गड़बड़ाए तो कुछ भी करने का मन नहीं रहता। खान पान और घूमना भी नीरस लगने लगता है। ऐसे में ध्यान से देखा जाए तो तन भी मूड की इस खराबी से बुरी तरह प्रभविति होता है। बरसों पहले भी इस तरह की समस्या हुआ करती थी लेकिन मामला गंभीर नहीं हुआ करता था। लोग गली मोहल्ले का चक्कर लगाते तो मूड ठीक हो जाता। घर में चाय कॉफी पीने से भी मूड बदल जाया करता था। शराब जैसी ड्रिंक्स एक तरह से आखिरी हथियार हुआ करती थी। कुछ लोग सिगरेट पी कर भी ठीक हो जाते। बहुत से लोग ठीक भी हो जाते लेकिन कई बार यह सब भी बेअसर रहता। मूड की खराबी कई बार गंभीर हो जाती है। 

ऐसे में बड़े बज़ुर्ग अक्सर सलाह भी देते कि थोड़ा सा विश्राम करें सब ठीक हो जाएगा। वे अक्सर कहते कि अपने मन और शरीर को आराम देने के लिए समय निकालें। नींद से एक जादुई रिलैक्सेशन मिलती भी है। थोड़ी सी झपकी और यूं लगता कि तन मन दोनों की आवश्यक रिपेयर सी हो जाती। शरीर में नयी स्फूर्ति सी आ जाती। इस प्रयास के साथ साथ ही शांति और आत्म-पोषण के लिए मेडिटेशन, योग या दिनचर्या में शामिल होने वाली आरामपूर्ण गतिविधियों का भी आनंद लिया जाता। कुछ मिंट बैडमिंटन का खेल या फिर कोई छोटी सी दौड़ या जॉगिंग से भी मूड सही राह पर आ जाता। कोई अच्छा संगीत भी मन की शक्ति को बढ़ा देता है। नई ऊर्जा मिलती है मूड को भी। 

कई बार किसी मन मिलने वाले अच्छे मित्र, साथी,  दोस्त या परिवार से बातचीत करना भी तुरंत अच्छा परिणाम देता। अपने दिल की बात किसी विश्वसनीय दोस्त या परिवारिक सदस्य के साथ साझा करें। उन्हें आपका मनोवैज्ञानिक स्थिति का तकरीबन हर छोटा बड़ा पहलू पता होता है। उन्हें स्पष्ट हो कर समझाएं और उनका साथ और समर्थन पाएं। नतीजे बहुत अच्छे निकलेंगे। चाहें तो समझकर देख लें। 

साथ हो यह भी ज़रूरी है कि सकारात्मकता के साथ अपने रिश्तों का समीक्षण भी करें।  इससे संबंध और रिश्ते मज़बूत होते हैं। कभी-कभी, मूड खराब होने का कारण हमारे रिश्तों में आपसी संघर्ष, असंतोष या निराशा भी पैदा होने लगती है। इस संदर्भ में, आप अपने रिश्तों को समीक्षा कर सकते हैं और सकारात्मक परिवर्तन के लिए कोई कदम उठा सकते हैं। ऐसी समीक्षा फायदा ही पहुंचाती है। 

मूड को ठीक करने के लिए एक तरीका यह भी है कि अपनी प्रिय गतिविधियों में वक्त ज़रूर बिताएं। जो गतिविधियाँ आपको खुश करती हैं, उनमें खुद को व्यस्त रखें। ऐसाम करने से एक नई ऊर्जा भी मिलती है। उनमें समय बिताएं। यह आपकी मनोदशा को सुधारने और आपको प्रोग्रेसिव और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।

इन सब से अलग और विशेष ज़रूरत यह भी है कि पूरी तरह से स्वस्थ रहें। इस तरह हर पहलु से अपने शरीर का ध्यान भी पूरी सतर्कता से रखें। समय पर नींद पूरी करें, स्वस्थ आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें। यह आपके मूड को सुधारने में मदद कर सकता है। यह आपको नई शक्ति भी झट से दे सकता है। 

इसी दिशा में आखिरी सलाह मेडिकल परीक्षण की भी है। यदि आपका मूड अक्सर ही खराब रहता है और लंबे समय तक बढ़ जाता है, और आपको अपने जीवन में रुचि और आनंद का अहसास नहीं होता है, तो यह बेहतर होगा कि आप किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लें। यह स्थिति गंभीर है और मानसिक रोगों की तरफ इशारा करती है। मेडिकल तौर पर अच्छी जानकारी रखने वाले विशेषज्ञ आपको सही मार्गदर्शन और उपचार प्रदान कर सकते हैं। दवाओं के साथ साथ अच्छी एक्सरसाइज़, अच्छा खानपान और लाईफ स्टाईल आपको बहुत सी जादुई शक्ति देने लगता है।     ----------